सोनिया शर्मा
नई दिल्ली। नीट परीक्षा को पूरी तरह पारदर्शिता के साथ आयोजित कराने के लिए फर्जीवाड़ा और अनियमितताओं के प्रति जीरो टोलरेंस नीति पर काम किया जा रहा है। परीक्षा में पेपर एवं पेपर के बाद नकल करने वाले छात्रों की पहचान एआई से होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) परीक्षा में वास्तविक समय में एनालिटिकल टूल्स और टेक्नोलाजी प्रयोग करते हुए छात्र-छात्राओं के व्यवहार पर नजर रखेगा। परीक्षा केंद्र भी एआई की नजर में रहेंगे। एनटीए के अनुसार परीक्षा केंद्रों से लेकर पेपर और इसके बाद छात्र एआई टूल की नजर में रहेंगे। पकड़े जाने पर छात्रों को हमेशा के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है। एग्जाम में स्टूडेंट्स और स्टाफ का कई चरणों में बायोमेट्रिक आथेंटिकेशन भी होगा। केंद्रों पर संदिग्ध गतिविधि एआई सिस्टम से नही बच सकेगी। बायोमेट्रिक, फोटो का विश्लेषण करके एआई सिस्टम फजी छात्रों को चिह्नित कर सकेगा। देशभर में नीट में करीब 24 लाख परीक्षाथी शामिल हो रहे हैं। छात्रों को बताया गया है कि प्रवेश पत्र के दूसरे पेज पर छात्रों को निर्धारित स्थान पर पोस्टकार्ड साइज फोटो लगाना जरूरी है। यदि निर्धारित स्थान पर फोटो नही आ रहा है तो छात्र दोबारा से प्रवेश पत्र के दूसरे पेज को डाउनलोड कर सकते हैं। परीक्षा के लिए छात्रों को 11 बजे केंद्रों पर रिपोर्टिंग करनी होगी। 1.30 बजे केंद्र के गेट बंद कर दिए जाएंगे। छात्रों को बायामेट्रिक सहित विभिन्न जांच से गुजरना होगा। पेपर शुरू होने के एक घंटे बाद और पेपर खत्म होने से आधा घंटे पहले छात्र कक्ष छोड़कर ब्रेक के लिए नही जा सकेंगे। इस अवधि को छोड़ यदि कोई छात्र ब्रेक को जाता है तो उसे वापसी में फिर समस्त सत्यापन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा। ऐसे छात्रों को ना केवल दुबारा बायोमेट्रिक देनी होगी बल्कि अन्य जांच भी पूरी करानी होंगी। पेपर दो से 5.20 बजे तक चलेगा।