लंदन । नीद में चलने की बीमारी अमूमन सुनने में आती है लेकिन खरीददारी का मामला दुर्लभ ही है। यहां की एक महिला रात में नीद के वक्त अपना फोन उठाती है और लाखों की खरीददारी कर लेती है। इसके चलते उस पर तीन लाख कर्जा हो गया है। इस आदत से परेशान परिवार के लोग जब डाक्टर के पास पहुंचे तो पता चला कि उसे दुर्लभ बीमारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसेक्स की रहने वाली केली नाइप्स ने 2006 में अपने पहले बच्चे को जन्म दिया। तब उन्हें महसूस हुआ कि वे नीद में चलने लगी हैं। यहां तक तो ठीक था। लेकिन नीद में चलने की उनकी ये आदत जल्द ही एक दुर्लभ बीमारी में बदल गई। केली नीद में ही शापिग करने लगी। दिन की तरह रात में वे शापिग ऐप स्क्राल करने लगी। नतीजा एक दिन में उन्होंने अनजाने में सोते-सोते 3000 पाउंड यानी लगभग 3 लाख रुपये की शापिग कर डाली। केली ने महंगा बास्केटबाल कोर्ट खरीदा और सैकड़ों पाउंड मूल्य की हरीबो मिठाइयों का आर्डर दे दिया। कलर के डिब्बे, किताबें, नमक और काली मिर्च रखने के बर्तन, एक वेंडी हाउस, फ्रिज और टेबल भी खरीद डाले. उन्हें पता तब चला जब ‘इन-ग्राउंड बास्केटबाल यूनिट’ की डिलीवरी मिली। केली यह देखकर सदमे में आ गईं। उन्हें समझ ही नही आया कि आखिर इसका आर्डर उन्होंने कब दिया था। केली ने कहा, मैं खाने की कोई भी चीज वापस नही कर सकती थी। कलर के डिब्बे और वेंडी हाउस रख लिया, क्याेंक मेरे बच्चों ने उसे देख लिया था। वे बहुत दिनों से उसकी मांग कर रहे थे। बात यही खत्म नही हुई. मार्च में केली को एक स्पैम मैसेज मिला। जिसमें लिखा था कि मुझे बिलों के भुगतान के लिए सरकार 40000 रुपये देने वाली है। मुझे सिर्फ एक फार्म भरना होगा। केली उस वक्त सो रही थी। और सोते-सोते उन्होंने फार्म भर दिया। यह जानकारी सरकार के पास जाने की बजाय के हाथों लग गई। उन्होंने साइबर क्रिमिनल्स को अपनी सारी एकाउंट डिटेल्स दे दी। फिर जब होश आया तो केली के बैंक खाते से 250 पाउंड निकाल लिए गए थे। केली बैंक से पैसे वापस पाने में कामयाब रही। इन्ही डिटेल्स के आधार पर उसके खाते से अलग-अलग रकम निकालने के पांच बार प्रयास किए गए। केली को संदेह है कि उसकी जानकारी दूसरे साइबर क्रिमिनल्स को बेच दी गई है। क्योंकि कई लोगों ने मेरे बैंक खाते से पैसे निकालने की कोशिश की। उसने कहा, मुझे कई बार अपने कार्ड रद्द करने पड़े. वह जब भी सोने के लिए जाती हैं, तो यह सोचकर कांप उठती हैं कि आज रात क्या होने वाला है। क्योंकि वो फोन या लैपटाप कही भी रख दें, जब शापिग करनी होती है, तो वहां से उसे उठा लेती हैं और आर्डर कर देती हैं। डाक्टरों का कहना है कि यह पैरासोमनिया नामक बीमारी का असर है। इसमें इंसान सोते समय असामान्य हरकतें करने लगता है। उसे स्लीप एपनिया भी है, जो सोते समय उसके मस्तिष्क को आंशिक रूप से जगाने के लिए मजबूर करता है।