नई दिल्ली। भगवान शिव को समर्पित सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। मान्यताओं के अनुसार इस पूरे माह में भगवान शिव की आराधना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं। वहीं सावन में पड़ने वाले सोमवार का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दिन कई साधक व्रत आदि भी करते हैं। हिंदू धर्म में सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित माना गया है। वहीं, सावन का महीना भी महादेव की पूजा के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। यही कारण है कि सावन में पड़ने वाले सोमवार का महत्व और भी बढ़ जाता है। यह भी माना गया है कि सावन सोमवार के दिन किए गए व्रत से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। साथ ही इस व्रत को करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। सावन सोमवार का व्रत करने वाले साधक को पूरा दिन फलाहार करना चाहिए। आप इस दौरान मौसमी फल जैसे केला, सेब और आम का सेवन कर सकते हैं। इसके साथ ही आप कच्चा नारियल, दूध, दही, छाछ और लस्सी आदि का भी सेवन कर सकते हैं। वहीं व्रत खोलने के दौरान लौकी या कद्दू की सब्जी भी खाई जा सकती है। साथ ही आप व्रत खोलने के लिए साबूदाने की खिचड़ी या खीर का सेवन भी कर सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि व्रत के खाने में सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा आप उबले हुए आलू, आलू की टिक्की या हलवा बनाकर भी सेवन किया जाता है। वैसे तो सावन के पूरे महीने में तामसिक भोजन का परहेज करने का विधान है, लेकिन सोमवार के व्रत में इसका विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। साथ ही सावन सोमवार व्रत के दौरान हरी सब्जियां जैसे पत्ता गोभी, पालक, फूल गोभी का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं, व्रत में बैंगन और परवल का सेवन करना भी अच्छा नहीं माना गया। व्रत के दौरान ज्यादा मसालेदार और बेसन के बनी चीजों को भी नहीं खाना चाहिए। सोमवार व्रत में भूलकर भी साधारण नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए