मुम्बई । आलराउंडर हार्दिक पंड्या को आईपीएल में खराब फार्म के बाद भी भारतीय टीम में शामिल किये जाने पर कई लोग हैरान हैं। उनका मानना था कि पंड्या को विश्वकप के लिए शामिल नहीं करना चाहिये पर अब ये बात सामने आई है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने पंड्या पर क्यों भरोसा जताया है। हादिक को चयन समिति ने उप कप्तान की जिम्मेदारी भी दी है। चयनकर्ता और कप्तान ने हादिक का चुनाव कर ये बताया है कि आईसीसी के इस टूर्नामेंट में अनुभव और क्षमताओं को वर्तमान फार्म से अधिक अधिक महत्व दिया गया है। आईपीएल में भले ही हादिक असफल रहे हों पर अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने कई बार मुश्किल हालातों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हादिक की इन्ही खूबियों को चयनकर्ताओं ने देखा है। इस आलराउंडर की खासियकत ये है कि वह मुश्किल हालात मे भी दबाव में नही आता। चैंपियंस ट्राफी 2017 के फाइनल में भारतीय टीम के शीर्ष क्रम के बिखरने के बाद हार्दिक ने उस मैच में जमकर चौके और छक्के लगाये थे। इसके अलावा भी उन्होंने कई बार टीम इंडिया के लिए मैच को फिनिश करने का काम किया। यही कारण है कि उनके आईपीएल में खराब प्रदर्शन पर अधिक ध्यान नही दिया गया। इसके अलावा अभी हार्दिक ही भारतीय टीम के नंबर एक तेज गेंदबाज हैं। वह आक्रामक बललेबाजी के साथ ही गेंदबाजी भी कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्हें अभी के अन्य आलराउंडर की तुलना में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अधिक अनुभव है। हादिक ने भारतीय टीम की ओर से 92 टी20 मैच खेल चुके हैं।