सुनील शर्मा
मुंबई। प्लेआफ की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी मुंबई इंडियंस के लिए सोमवार को जब वानखेड़े स्टेडियम में उतरेगी तो उसकी नजरें जीत दर्ज करने के साथ ही सनराइजर्स हैदराबाद का खेल खराब करने पर होंगी। मुंबई की टीम 11 मैचों में आठ मैच हारकर 10वें पायदान पर है, लेकिन सनराइजर्स अभी 10 मैचों में छह जीत के साथ पांचवें स्थान पर है और अगर वह ये मुकाबला हार जाती है तो उसके लिए प्लेआफ की राह थोड़ी कठिन हो जाएगी। इसके बाद उसे बचे तीन मैचों में से कम से दो मैच जीतने होंगे। इसके साथ ही मुंबई के पास पिछले मुकाबले में हैदराबाद के हाथों मिली हार का हिसाब चुकता करने का अवसर होगा। वानखेड़े की पिच अगर बल्लेबाजी के अनुकूल होती है तो सनराइजर्स के बल्लेबाजों के एक बार फिर बड़ा स्कोर खड़ा करने की उम्मीद है जो वे मौजूदा सत्र में कई बार कर चुके हैं। यहां की पिचें आम तौर पर बल्लेबाजी के अनुकूल होती हैं और छोटी बाउंड्री के कारण 200 से अधिक का स्कोर बनना आम बात है। पिछले शुक्रवार को हालांकि मुंबई और नाइटराइडर्स के बीच धीमी पिच पर मुकाबला हुआ जिसमें बल्लेबाजों को जूझना पड़ा। सनराइजर्स की टीम पिछले मैच में शीर्ष पर चल रहे रायल्स को एक रन से हराकर आत्मविश्वास से भरी होगी। शनिवार रात आरसीबी की गुजरात टाइटंस पर जीत के साथ पांच बार की विजेता मुंबई की टीम एक बार फिर तालिका में सबसे नीचे खिसक गई। हालांकि सब कुछ खत्म नही हुआ है क्योंकि आगामी टी-20 विश्व कप के लिए मुंबई के प्रमुख भारतीय खिलाड़ी रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या अपने व्यक्तिगत फार्म पर ध्यान देंगे। रोहित की हर हाल में आक्रामक होकर बल्लेबाजी करने की रणनीति काफी सफल नही रही है जबकि दुनिया के नंबर एक टी20 बल्लेबाज सूर्यकुमार की नजरें नाइटराइडर्स के विरुद्ध अर्धशतक के बाद प्रदर्शन में निरंतरता पर टिकी होंगी। भारतीय उपकप्तान पांड्या को बल्ले और गेंद दोनों के साथ अपनी सामान्य फार्म तथा मुंबई के कप्तान के रूप में मैदान पर अपने निर्णयों के कारण लगातार आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।