सोनिया शर्मा
नई दिल्ली। मेडिकल में दाखिले से जुड़ी परीक्षा नीट यूजी के रिजल्ट सामने आने के बाद से ही छात्रों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। कई जगह छात्रों ने रिजल्ट में धोखाधड़ी और गड़बड़ी करने के भी आरोप लगाए हैं। नीट मुद्दे पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, हम इंतजार कर रहे हैं कि सरकार का दिल कब पिघलेगा, कब उन्हें समझ आएगा कि ये परीक्षा गलत थी, 24 लाख बच्चों और भारत की स्वास्थ्य सेवाओं के साथ अन्याय हुआ है। नीट-यूजी के रिजल्ट में झोल के नए-नए आरोपों और सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद शिक्षा मंत्रालय पूरी तरह से हरकत में आ गया है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने खुद इस मुद्दे पर आला अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की। जिसमें नीट से जुड़े विवाद के सभी पहलुओं पर गंभीरता से चर्चा की। मंत्रालय ने छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए उन सभी विकल्पों पर गौर करने को कहा है कि जिसमें फिर से परीक्षा कराने जैसे विकल्प भी शामिल है। हालांकि, अभी इस पर किसी तरह का कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मंत्रालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो केंद्रीय मंत्री प्रधान इस दौरान नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के रवैए को लेकर भारी नाराज है। उनका मानना था कि एनटीए को परीक्षा को लेकर जिस तरह से पारदर्शिता रखना चाहिए था और गड़बड़ियों के सामने आने पर आगे बढ़कर काम करना था जो उनसे नहीं किया।