सोनिया शर्मा
कोलकाता। अधीर रंजन चौधरी को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को पाटी का ‘लड़ाकू सिपाही’ करार दिया। हाल ही में बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी ने ममता बनर्जी की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाया था। इस पर खरगे ने चौधरी को फटकार लगाई थी। एक सवाल के जवाब में खरगे ने कहा, ‘मैं किसी एक व्यक्ति के बारे में नही बोलना चाहता। चौधरी कांग्रेस पाटी के एक लड़ाकू सिपाही हैं और पश्चिम बंगाल में हमारे नेता हैं।’ उन्होंने कहा कि टीएमसी के कुछ नेता लेफ्ट के साथ कांग्रेस के गठबंधन का मुद्दा उठाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन यह काम नही करेगा। दरअसल पश्चिम बंगाल में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पोस्टर पर अशोभनीय टिप्पणी और आफिस में तोड़फोड़ के मामले को पाटी ने गंभीरता से लिया है। इसे पाटी विरोधी गतिविधि और अनुशासनहीनता माना गया है। इस मामले में प्रभारी गुलाम अहमद मीर से रिपोर्ट भी मांगी गई है। पाटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसे लेकर एक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि ऐसी घटनाओं को हरगिज बर्दाश्त नही किया जाएगा।
अधीर रंजन और ममता बनजी के बीच नोकझोंक के कई बार सियासी तौर पर जटिल रूप लेकर सामने आने का यह पहला मामला नही है। चौधरी इससे पहले भी ममता बनजी को कठघरे में लेते रहे हैं। यह सच्चाई भी किसी से छुपी नही है कि बंगाल की 42 सीटों में से सभी पर लेफ्ट, कांग्रेस, टीएमसी और बीजेपी के बीच तीखा चौतरफा मुकाबला है। ऐसे में चौधरी के बयान कई बार क्षेत्रीय राजनीति की परिधि के पार चले जाते हैं और ममता की ओर से भी यही होता है। हालांकि, राष्ट्रीय स्तर पर खरगे का इन बयानों पर सख्त स्टैंड लेना भी गठबंधन की सियासी मजबूरी को ही दिखाता है। वेणुगोपाल ने अपने बयान में कहा है कि इस घटनाक्रम से पाटी के कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई हैं और इसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। पाटी अनुशासनहीनता के ऐसे सार्वजनिक प्रदर्शन को बर्दाश्त नही करेगी। यह घटना 19 मई की बताई जा रही है। इसमें खरगे के कई पोस्टर और होर्डिग्स पर कथित तौर पर स्याही फेंकी गई थी। इससे एक दिन पहले ही इंडी गठबंधन को लेकर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की निष्ठा पर सवाल उठाने पर पश्चिम बंगाल इकाई के कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को खरगे ने डांट लगाई थी।