नई दिल्ली। आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। पंचांग के अनुसार, देवशयनी एकादशी व्रत 17 जुलाई को है। भगवान विष्णु को एकादशी तिथि समर्पित है। इस तिथि पर श्री हरि और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-व्रत करने का विधान है। साथ ही शुभ फल की प्राप्ति के लिए दान भी किया जाता है। सनातन धर्म में पर्व और व्रत के दौरान दान का विशेष महत्व है। ठीक इसी प्रकार देवशयनी एकादशी पर भी गरीब लोगों को दान अवश्य करना चाहिए। देवशयनी एकादशी व्रत का पारण करने के बाद अन्न, मिठाई, फल और वस्त्र का दान करें। धार्मिक मत है कि ऐसा करने से साधक को जीवन में कभी भी अन्न और धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। अगर आप जीवन के दुखों से परेशान हो गए हैं, तो इस समस्या से मुक्ति पाने के पाने के लिए देवशयनी एकादशी पर दूध और दही का दान करें। ऐसी मान्यता है कि इन चीजों का दान करने से जीवन के दुखों का अंत होता है। इसके अलावा देवशयनी एकादशी पर जूते और चप्पल का भी दान का कर सकते हैं। धार्मिक मत है कि ऐसा करने से साधक को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही सभी संकट दूर होते हैं। गृह क्लेश और रोग से मुक्ति पाने के लिए देवशयनी एकादशी पर जल का दान करें। इससे कुंडली में पितृ और चंद्र दोष का असर कम होने लगता है। साथ ही आर्थिक समस्या दूर होती है। अगर आपकी कुंडली में गुरु कमजोर है, तो देवशयनी एकादशी पर पीले वस्त्र का दान करें। इस उपाय को करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। साथ ही कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होता है।